
जयपुर।
प्रदेश में लगभग 80 दिन सक्रिय रहा मानसून शनिवार को विदा हो गया। इस मानसून सीजन में जयपुर,अजमेर और टोंक जिलों को पेयजल सप्लाई करने वाले (BISALPUR) बांध में 70 दिन तक पानी की आवक हुई। फिर भी बांध अपनी कुल भराव क्षमता के आधा रिक्त है। हांलाकि सुकून इस बात का रहा है कि बांध में जितने पानी की आवक हुई उससे अगले वर्ष अगस्त तक बिना पेयजल कटौती के जयपुर,अजमेर और टोंक( JAIPUR-AJMER-TONK) जिले की लगभग 1 करोड़ की आबादी के लिए पेयजल उपलब्ध हो सकेगा।
बांध में पर्याप्त पेयजल होने से तीनों जिलों में पेयजल सप्लाई करने वाले (PHED) के इंजीनियर भी राहत की सांस ले रहे हैं। शनिवार को रात 8 बजे तक 24 घंटे में बांध में एक सेंटीमीटर भी पानी की आवक नहीं हुई और जल स्तर 312.28 आरएल मीटर दर्ज हुआ। बांध की कुल भराव क्षमता 38.70 टीएमसी है और बांध में इस समय 19.00 टीएमसी (49.10 ) प्रतिशत पानी है। इस मानसून सीजन में बांध में 13.3 टीएमसी पानी की आवक हुई। बांध में पानी की पहली बार पानी की आवक 27 जुलाई को हुई थी। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बीते 24 घंटे में बांध में पानी की आवक नहीं हुई। ऐसे में अब पानी की आवक होने की संभावना नग्णय ही है।
इस मानसून सीजन में बीसलपुर बांध में पहली बार पानी की आवक 17 जुलाई को हुई थी। इसके बाद मानसून कमजोर हुआ और 20 दिन से ज्यादा समय तक मानसून थमा रहा और बांध में पानी की आवक भी कम हुई। इसके बाद बांध में पानी की कम आवक को देखते हुए जलदाय विभाग ने जयपुर,अजमेर और टोंक की पेयजल सप्लाई में कटौती करने की तैयारी कर ली। लेकिन सितंबर माह में मानसून फिर सक्रिय हुआ त्रिवेणी नदी से बांध में पानी की फिर आवक हुई। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार बांध में अब जितना पानी है उससे आसानी से एक वर्ष तक जयपुर,अजमेर और टोंक के लिए पेयजल सप्लाई हो सकेगी।
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