टेक टॉक
कंप्यूटर या लैपटॉप बिना किसी चेतावनी के क्रैश हो सकता है। ऐसे में आपकी अनसेव्ड फाइल्स को नुकसान पहुंच सकता है और कई बार तो पूरी हार्ड डिस्क ही क्रैश हो जाती है, जिससे आपको डेटा का नुकसान झेलना होता है। ऐसे में हमें क्रैश होने से पूर्व इन संकेतों को समझ लेना चाहिए-
खराब सॉफ्टवेयर परफॉर्मेन्स
कई बार सॉफ्टवेयर समस्या कर सकता है। यदि किसी ऐप को आपके कंप्यूटर की तुलना में अधिक प्रोसेसिंग पावर की जरूरत होती है तो मशीन धीमी गति से क्रॉल करने लगेगी और बाद में पूरी तरह से काम करना बंद कर देगी।
समाधान : 2 जीबी रैम वाले पुराने लैपटॉप पर एक साथ कई प्रोग्राम न चलाएं। इनबिल्ट टूल का उपयोग कर ऑपरेटिंग सिस्टम को क्लीन करें।
सिस्टम फैन में तेज आवाज
यदि कंप्यूटर का फैन सामान्य से तेज आवाज कर रहा है या आपके लैपटॉप या डेस्कटॉप के इंटरनल पार्ट्स बहुत अधिक गर्म हैं तो सिस्टम क्रैश हो सकता है।
समाधान : मॉनिटरिंग टूल से देख सकते हैं कि सीपीयू और जीपीयू कितना तापमान दिखा रहा है। कूलिंग पैड भी खरीद सकते हैं।
फाइल और प्रोग्राम करप्शन
फाइल और प्रोग्राम अचानक क्रैश होते हैं या हमेशा काम करने वाली फाइलें अचानक नहीं खुलती हैं तो यह भी खतरे का संकेत है।
समाधान : एंटी-वायरस चलाएं। मैलवेयर अक्सर लैपटॉप क्रैश का मूल कारण होता है।
रेगुलर बूट एरर
हालांकि बूट एरर के और भी कारण हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर इसे लैपटॉप क्रैश के बढ़ते जोखिम की ओर इशारा ही माना जाता है। यदि आपको ‘बूट डिवाइस नॉट फाउंड’ जैसे संदेश दिखाई देते हैं तो आपकी मशीन खतरे में है।
समाधान : ऑपरेटिंग सिस्टम को फिर से इंस्टॉल किया जा सकता है।
हार्ड ड्राइव में आवाज
ज्यादातर हाई-एंड लैपटॉप अब सॉलिड स्टेट ड्राइव (एसएसडी) का उपयोग करते हैं, लेकिन जो मशीन पारंपरिक हार्ड ड्राइव से चलती हैं, उनमें आवाज होती है। यदि आपको हार्ड ड्राइव में तेज आवाज आ रही है तो सचेत रहें।
समाधान : सुनिश्चित करें कि आप डेटा का नियमित बैकअप ले रहे हैं।
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