झालावाड़ हादसा: दूसरे दिन 625 स्कूलों को सर्वे, 513 कक्षा-कक्ष व 87 आंगनबाड़ी केंद्र सील



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{} झालावाड़ जिले में हुए दर्दनाक विद्यालय भवन हादसे के बाद राजस्थान में शिक्षा विभाग सक्रिय हो गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। भीलवाड़ा जिले में दूसरे दिन मंगलवार को 625 स्कूलों का निरीक्षण किया। इनमें 513 कक्षा-कक्ष जो छात्रों के बैठने के लायक नहीं थे को सील किया गया। इसके अलावा 87 आंगनबाड़ी केंद्र व तीन विद्यालयों को सील किया गया। सोमवार व मंगलवार को दो दिन में 1257 स्कूलों का भौतिक सत्यापन करने के साथ 892 कक्षा-कक्ष को सील किया जा चुका है। जबकि 90 आंगनबाड़ी केंद्र व 20 से अधिक स्कूलों को पूर्ण रूप से सील किया गया है।निरीक्षण के दौरान सामने आया कि कई स्कूलों के भवन व कक्षा-कक्ष छात्रों के लिए सुरक्षित नहीं हैं।झालावाड़ जिले में हुए दर्दनाक विद्यालय भवन हादसे के बाद राजस्थान में शिक्षा विभाग सक्रिय हो गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। भीलवाड़ा जिले में दूसरे दिन मंगलवार को 625 स्कूलों का निरीक्षण किया। इनमें 513 कक्षा-कक्ष जो छात्रों के बैठने के लायक नहीं थे को सील किया गया। इसके अलावा 87 आंगनबाड़ी केंद्र व तीन विद्यालयों को सील किया गया। सोमवार व मंगलवार को दो दिन में 1257 स्कूलों का भौतिक सत्यापन करने के साथ 892 कक्षा-कक्ष को सील किया जा चुका है। जबकि 90 आंगनबाड़ी केंद्र व 20 से अधिक स्कूलों को पूर्ण रूप से सील किया गया है।निरीक्षण के दौरान सामने आया कि कई स्कूलों के भवन व कक्षा-कक्ष छात्रों के लिए सुरक्षित नहीं हैं।2025-07-30T03:51:42.000Z fromझालावाड़ हादसा: दूसरे दिन 625 स्कूलों को सर्वे, 513 कक्षा-कक्ष व 87 आंगनबाड़ी केंद्र सील
झालावाड़ जिले में हुए दर्दनाक विद्यालय भवन हादसे के बाद राजस्थान में शिक्षा विभाग सक्रिय हो गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। भीलवाड़ा जिले में दूसरे दिन मंगलवार को 625 स्कूलों का निरीक्षण किया। इनमें 513 कक्षा-कक्ष जो छात्रों के बैठने के लायक नहीं थे को सील किया गया। इसके अलावा 87 आंगनबाड़ी केंद्र व तीन विद्यालयों को सील किया गया। सोमवार व मंगलवार को दो दिन में 1257 स्कूलों का भौतिक सत्यापन करने के साथ 892 कक्षा-कक्ष को सील किया जा चुका है। जबकि 90 आंगनबाड़ी केंद्र व 20 से अधिक स्कूलों को पूर्ण रूप से सील किया गया है।निरीक्षण के दौरान सामने आया कि कई स्कूलों के भवन व कक्षा-कक्ष छात्रों के लिए सुरक्षित नहीं हैं।
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