rajasthan, jaipur डूंगरपुर जिले के तीजवड में एक नई अत्याधुनिक जेल बनकर तैयार है, लेकिन इसका उद्घाटन अभी तक नहीं हो पाया है। इस कारण पुरानी जेल में क्षमता से अधिक बंदी रखे जा रहे हैं, जिससे उन्हें और प्रशासन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुरानी डूंगरपुर जेल की क्षमता केवल 70 बंदियों को रखने की है, लेकिन वर्तमान में वहां 150 से 200 बंदी रखे जा रहे हैं। वहीं, नवनिर्मित जेल में 50 महिला बंदियों सहित कुल 400 बंदियों को रखने की क्षमता है। पुरानी जेल में क्षमता से ज्यादा बंदी रखे जा रहे
क्षमता से अधिक बंदी होने के कारण जेल में असुरक्षित और अस्वस्थ माहौल बन रहा है। इससे बंदियों को साफ पानी, पौष्टिक भोजन और चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाओं पर भी असर पड़ रहा है। साथ ही, बंदियों को अन्य जेलों में स्थानांतरित करना पड़ता है, जिससे पेशी के लिए लाने-ले जाने में भी दिक्कतें आती हैं। नई जेल के जल्द उद्घाटन का इंतजार
दो दिन पहले जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मनोज मीना ने जिला जेल का निरीक्षण किया था। उन्होंने क्षमता से अधिक बंदी मिलने पर चिंता व्यक्त की और इस स्थिति को अनुचित बताते हुए बंदियों के सुरक्षित और गरिमापूर्ण जीवन के लिए आवश्यक मानदंडों के विपरीत बताया।
जेलर मुकेश गायरी ने बताया कि नई जेल में बंदियों के स्थानांतरित होने के बाद यह समस्या हल हो जाएगी। सभी को नई जेल के जल्द उद्घाटन का इंतजार है। rajasthan, jaipur
http://dlvr.it/TPln89
क्षमता से अधिक बंदी होने के कारण जेल में असुरक्षित और अस्वस्थ माहौल बन रहा है। इससे बंदियों को साफ पानी, पौष्टिक भोजन और चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाओं पर भी असर पड़ रहा है। साथ ही, बंदियों को अन्य जेलों में स्थानांतरित करना पड़ता है, जिससे पेशी के लिए लाने-ले जाने में भी दिक्कतें आती हैं। नई जेल के जल्द उद्घाटन का इंतजार
दो दिन पहले जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मनोज मीना ने जिला जेल का निरीक्षण किया था। उन्होंने क्षमता से अधिक बंदी मिलने पर चिंता व्यक्त की और इस स्थिति को अनुचित बताते हुए बंदियों के सुरक्षित और गरिमापूर्ण जीवन के लिए आवश्यक मानदंडों के विपरीत बताया।
जेलर मुकेश गायरी ने बताया कि नई जेल में बंदियों के स्थानांतरित होने के बाद यह समस्या हल हो जाएगी। सभी को नई जेल के जल्द उद्घाटन का इंतजार है। rajasthan, jaipur
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